प्रकृति को हम आंखों के द्वारा देख सकते हैं लेकिन किसी कारणवश आंखों की देखने की स्थिति में कमी आ जाती है या दिखाई देना बंद हो जाता है तो उसकी पीड़ा वही जानता है जो भुक्तभोगी है उसके लिए तो दिन-रात एक समान हो जाता है। अब हम इस विषय पर आपके सामने चर्चा करेंगे ।
आंखों के रोगों के उत्पन्न होने के कारण
आंखों में जलन या दर्द एक आम समस्या है, लेकिन आंखों में जलन या दर्द का मुख्य कारण अधिक तनाव, एलर्जी या आंखों को प्रभावित करने वाली कुछ अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। जैसे धुआँ, प्रदूषण, धूल मिट्टी आदि का आंख में गिरना, बहुत पास से या लेट कर पढ़ना-लिखना, बारीक कार्य करना, वेल्डिंग का कार्य करना, गर्म रहने वाले कारखानों में या आग के सामने अधिक रहना, नशीले पदार्थों का अधिक सेवन करना, टेलीविजन, कंप्यूटर आदि पर ज्यादा ध्यान देना, मोबाइल का यूज ज्यादा करना, पौष्टिक पदार्थों का सेवन न करना आदि कारणों से आंखों के रोगों के होने की संभावना रहती है।
वृद्धावस्था आने से आंखों के रोग उत्पन्न होने की संभावना अधिक होने लगती है अतः इन सभी कारणों से बचाव करना बेहद जरूरी है।
आइए जानते हैं आंखों के रोगों के कुछ घरेलू उपायों के बारे में, जिनसे आपको जल्द राहत मिल सकती है…
आंखों के रोग प्रारंभ होते ही ठीक करने के उपाय शुरू कर देना चाहिए। आमतौर पर धूल मिट्टी आंख में गिरने पर हम आंख को मसल लेते हैं, कई बार ऐसा करने से आंख में घाव हो जाता है। अतः ऐसी स्थिति में आंखों को बार-बार खोलना – बंद करना चाहिए, पानी के छींटे मारने से भी आराम होता है। वैसे तो हर आंखों के रोग की चिकित्सा उसके लक्षण के आधार पर अलग-अलग होती है। हम यहां पर बचाव के उपायों का वर्णन कर रहे हैं।
- सरसों के तेल से बने काजल का प्रयोग करना चाहिए ।
- कपूर से बना काजल भी आंखों में शीतलता प्रदान करता है।
- गुलाब जल: आंखों में जलन या दर्द होने पर, रोजाना गुलाब जल आंखों में डालने से आंखें ठंडी रहती है । वैसे सोने से पहले रोजाना आंखों में गुलाब जल की 1-2 बूंदें डालने की सलाह दी जाती है।
- शीर्षासन करने से भी आंखों की बीमारियां उत्पन्न नहीं होती तथा आंखों के ज्योति बनी रहती है ।
- तेज धूप, तेज प्रकाश मान पदार्थ, तेज रोशनी आदि से आंखों की रक्षा करनी चाहिए।
- आलू का रस आंखों के लिए अच्छा होता है। आलू के ताजे कटे हुए स्लाइस को आंखों पर रख सकते हैं। इससे तुरंत राहत मिलेगी।
- खीरा: आंखों पर खीरे के स्लाइस को रखे दरअसल, खीरे का प्रभाव शीतल होता है, इसलिए आंखों की जलन में इससे राहत मिलती है। इसके लिए पहले आप खीरे को फ्रिज में रख कर ठंडा कर दें। फिर उसे काटकर उसके टुकड़े को आंखों पर कुछ देर के लिए रखे।
- मोबाइल का प्रयोग कम से कम करें जब मोबाइल का प्रयोग या कंप्यूटर का प्रयोग करें तो आंखों पर एंटी ग्लेयर चश्मा लगाए और आंखों के लिए स्वास्थ्यवर्धक चीजों का सेवन करें।
- गाय का घी: कान के पीछे गाय के घी की मालिश करने से भी आंखों में शीतलता मिलती है।
Conjunctivitis:
इसे सामान्य भाषा में आंख आना या आंख दुखना कहते हैं। जब यह संक्रमण फैल रहा होता है तो रोग के जीवाणु दूसरे व्यक्तियों को रोग ग्रस्त कर देते हैं। संक्रमित व्यक्ति के रुमाल, चश्मे आदि से संपर्क में आने से भी यह रोग दूसरों में फैल जाता है। इस रोग में आंखें लाल हो जाती हैं, सूजन आ जाती है और रात्रि में सोने पर पलकें चिपक जाते हैं ।
आइए जानते हैं इसके लिए घरेलू उपाय:
- आंखों का साफ ठंडे जल से धोना चाहिए।
- धूप में बाहर ना निकले ।
- आंखों में गुलाब जल डालें।
- पान के रस में थोड़ा-सा शहद मिलाकर 1-1 बूंद आंखों में दो-तीन बार डालने से बहुत लाभ होता है ।
- आंवले का रस एक-एक बूंद दिन में दो-तीन बार डालने से, आंखों की सूजन और लाली ठीक हो जाती है ।
नोट: यह सलाह केवल आपको सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए दी गई है। आप शरीर से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।