नर्सरी के बच्चों के लिए 04 कविताएं | सवेरा कविता हिंदी में | मेरा बस्ता कविता हिंदी में | सुंदर चिड़िया कविता हिंदी में | वीर सिपाही कविता हिंदी में
![](data:image/svg+xml;base64,PHN2ZyBoZWlnaHQ9IjY4OCIgd2lkdGg9IjEwMjQiIHhtbG5zPSJodHRwOi8vd3d3LnczLm9yZy8yMDAwL3N2ZyIgdmVyc2lvbj0iMS4xIi8+)
सवेरा कविता हिंदी में | Savera Poem in Hindi
सूरज निकला मिटा अंधेरा,
देखो बच्चों हुआ सवेरा ।
आया मीठी हवा का फेरा,
चिड़ियों ने फिर छोड़ा बसेरा ।
जागो बच्चों, अब मत सो,
इतना सुंदर समय न खो ।
मेरा बस्ता कविता हिंदी में | Mera Basta Poem in Hindi
मुझसे भारी मेरा बस्ता,
कर दी मेरी हालत खस्ता।
इसे उठाकर चलना मुश्किल,
सभी पुस्तकें पढ़ना मुश्किल।
कोई मेरी टीचर को समझाएं,
इसको कुछ हल्का करवाएं।
सुंदर चिड़िया कविता हिंदी में | Sundar Chidiya Poem in Hindi
चीं चीं चीं चीं करती चिड़िया,
फुरफुर-फुरफुर उड़ती चिड़िया।
कितना सुंदर गाती गाना,
नन्ही नन्ही प्यारी चिड़िया।
चलो तुम भी मुंह खोलो
चिड़िया जैसा मीठा बोलो।
वीर सिपाही कविता हिंदी में | Veer Sipahi Poem in Hindi
मां मुझे भी बंदूक दिला दो,
मैं भी लड़ने जाऊंगा ।
इन छोटे छोटे हाथों से,
दुश्मन को मार भगाऊंगा ।
भारत का वीर सिपाही बन,
भारत के कष्ट मिटाऊंगा ।
जय हिंद !