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8 प्यारी कविताएँ नर्सरी, केजी, एलकेजी, और यूकेजी बच्चों के लिए | 8 lovely poems for nursery, KG, LKG, and UKG Children

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आरवहिंदी.कॉम पर आपका स्वागत है! इस लेख में, हम आपके लिए नर्सरी, केजी, एलकेजी, और यूकेजी के छोटे-छोटे बच्चों के लिए 8 प्यारी कविताएँ पेश करेंगे। इन कविताओं के माध्यम से, हम बच्चों को शब्दों शब्दों से खेलना सिखाएंगे, और उनके लिए मस्ती भरी और शिक्षाप्रद रूप में विज्ञान, प्रकृति, और दुनिया के अन्य महत्वपूर्ण कविता को पेश करेंगे। आइए, इस रोमांचक और शिक्षाप्रद सफर पर हम साथ चलें, और हमारे बच्चों को अद्भुत कविताओं के माध्यम से सीखने का सुंदर अनुभव प्रदान करें।

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बंदर मामा कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

बंदर मामा चले विदेश,
पहन के रंग-बिरंगा सूट l
सिर पे हैट आंख पे चश्मा,
पैरों में है काले बूट l
अकड़-अकड़ कर चलते हैं,
‘हेलो’ सबसे करते हैं l

तारे कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

काली रात चमकते तारे,
कितने सुंदर कितने प्यारे l
थिरक-थिरक कर नाच दिखाते,
मुझसे तो ये गिने न जाते l
पापा, मम्मी जल्दी आओ,
तारों की गिनती करवाओl

सवेरा कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

सूरज निकला, मिटा अंधेरा,
देखो बच्चों, हुआ सवेरा l
आया मीठी हवा का फेरा,
चिड़ियों ने फिर छोड़ा बसेरा l
जागो बच्चों, अब मत सोओ,
इतना सुंदर समय न खोओ l

सब्जी बोली कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

आलू बोला मुझको खा लो,
मैं तुमको मोटा कर दूंगा l
पालक बोली मुझको खा लो,
मैं तुमको ताकत दूंगी l
गोभी, मटर, टमाटर बोले,
अगर हमें भी खाओगे,
खूब बड़े हो जाओगे l

पतंग कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

सर-सर, सर-सर उड़ी पतंग,
चिड़िया हुई देखकर दंग l
बिना पंख के उड़ती कैसे?
बिना पूँछ के मुड़ती कैसे?
चोंच बिना यह कैसे खाती,
बेचारी कुछ बोल न पाती l

अच्छे बच्चे कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

माता-पिता को शीश झुकाते,
नियम बनाकर रोज नहाते ll
हंसते-हंसते पढ़ने जाते l
नहीं पढ़ाई से घबराते ll
पढ़-लिख कर सीधे घर आते l
वे अच्छे बच्चे कहलाते ll

घर कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

चूहा रहता बिल के अंदर,
मछली का घर बड़ा समुंदर,
मकड़ी बुनती अपना जाल,
छत्ता मधुमक्खी का विशाल,
घर देता सबको आराम,
चाहे सुबह हो चाहे शाम l

बढ़ते कदम कविता नर्सरी कक्षा के लिए:

एक दो, एक दो, बढ़ते कदम,
भारत मां के बच्चे हम l
नहीं रुकेंगे नहीं झुकेंगे,
आगे बढ़ते रहेंगे हम l
एक दो, एक दो, बढ़ते कदम,
भारत मां के बच्चे हम l

नर्सरी की इन कविताओं का आनंद उठाइए और अपने बच्चों को बहुत कुछ सिखाइए l
धन्यवाद!

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