छोटे बच्चों के लिए मस्त तथा प्रेरक कहानियां | 5 New Story for Nursery Class Kids in Hindi

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New Story for Kids in Hindi
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शरारती चूहा Story in Hindi

गोलू के घर में एक शरारती चूहा रहता था l वह बहुत छोटा सा था l मगर सारे घर में भागता रहता था l उसने गोलू की किताब भी कुतर डाली l कुछ कपड़े भी कुतर दिए थे l गोलू की मम्मी जो भी खाना बनाती और बिना ढके रखती तो वह चूहा इस खाने को चट कर जाता था l चूहा खा पीकर बड़ा हो गया था l एक दिन गोलू की मम्मी ने एक बोतल में शरबत बना कर रखा l इस समय चूहे की नजर बोतल पर पड़ गई l चूहा कई तरकीब लगा लगाकर थक गया था l चूहे को शरबत पीना था l चूहा बोतल पर चढ़ा l किसी तरह से ढक्कन को खोलने में सफल हो जाता है l अब उसमें चूहा मुंह घुसने की कोशिश करने लगा परंतु बोतल का मुंह छोटा था l इस कारण चूहे का मुंह बोतल के अंदर नहीं घुस पाया l फिर चूहे को आइडिया आता है l उसने अपनी पूछ बोतल में डाली पूछ शरबत से गीली हो जाती है और उसे चाट-चाट कर चूहे का पेट भर गया और गोलू के तकिए के नीचे बने अपने बिस्तर पर आराम करने चला गया l

कहानी से सीख: मेहनत करने से हर कार्य संभव हो जाता है l

चालाक बंदर Story in Hindi

गंगा नदी के किनारे एक बहुत बड़ा पेड़ था l उसे पर एक बंदर रहता था l उस पेड़ पर बड़े मीठे फल लगते थे l बंदर उन्हें पेट भर खाता और मजे करता था l बंदर अकेले ही मजे में दिन गुजर रहा था l एक दिन एक मगरमच्छ उसे नदी में से निकलकर पेड़ के नीचे आ गया l जब बंदर ने मगरमच्छ से पूछा तो मगरमच्छ ने बताया कि वह वहां खाने की तलाश में आया है l इस पर बंदर ने पेड़ से तोड़कर बहुत से मीठे फल मगरमच्छ को खाने के लिए दिए l इस तरह बंदर और मगरमच्छ में दोस्ती हो गई l अब मगरमच्छ हर रोज वहां आता और दोनों मिलकर खूब फल खाते l बंदर भी एक अच्छा दोस्त पाकर बहुत खुश था l एक दिन बाद-बात में मगरमच्छ ने बंदर को बताया कि उसकी एक पत्नी है l जो नदी के दूसरी तरफ अपने घर में रहती है l तब बंदर ने उस दिन बहुत से मीठे फल मगरमच्छ को उसकी पत्नी के लिए दिए l इस तरह मगरमच्छ रोज जी भरकर फल खाता और अपनी पत्नी के लिए भी ले जाता l मगरमच्छ की पत्नी को फल खाना तो अच्छा लगता था पर पति को देर से घर लौटना पसंद नहीं था l एक दिन मगरमच्छ की पत्नी ने मगरमच्छ से कहा कि अगर वह बंदर रोज-रोज इतने मीठे फल खाता है तो उसका कलेजा कितना मीठा होगा l मैं उसका कलेजा खाऊंगी l मगरमच्छ ने उसे बहुत समझाया पर वह नहीं मानी l मगरमच्छ दावत के बहाने बंदर को अपने पीठ पर बैठकर अपने घर लाने लगा l नदी बीच में उसने बंदर को अपनी पत्नी की कलेजे वाली बात बता दी l इस पर बंदर ने कहा कि वह तो अपना कलेजा पेड़ पर ही छोड़ आया है l वह उसे हिफाजत से पेड़ पर रखता है l इसलिए उन्हें वापस जाकर कलेजा लाना पड़ेगा l मगरमच्छ बंदर को वापस पेड़ के पास ले गया l बंदर छलांगा मार कर पेड़ पर चढ़ गया l उसने हंस कर कहा कि “जाओ मूर्ख राजा घर जाओ और अपनी पत्नी से कहना कि तुम दुनिया के सबसे बड़े मूर्ख हो” भला कोई भी अपना कलेजा निकाल कर अलग रख सकता है क्या?

कहानी से सीख: बंदर की इस समझदारी से हमें पता चलता है कि मुसीबत के वक्त हमें कभी धैर्य नहीं खोना चाहिए l

बुद्धिमान बीरबल Story in Hindi

एक दिन एक अमीर व्यापारी बीरबल के पास आया l उन्होंने बीरबल से कहा मेरे घर में 7 नौकर है l उनमें से एक ने मेरा कीमती सामान चुरा लिया है l इसलिए बीरबल उस अमीर आदमी के घर गया और सभी 7 नौकरों को एक कमरे में बुलाया l उसने सभी को एक-एक छड़ी दी और कहा कि यह सभी जादू की छड़ी है l इनकी लंबाई भी समान है इन्हें अपने साथ रखो और कल साथ लेते आना l पर ध्यान रहे जिसने भी चोरी की होगी l उसकी छड़ी रात भर में 1 इंच बड़ी हो जाएगी l जिस नौकर ने कीमती सामान चुराया था वह डर गया l उसने सोचा अगर मैं अपनी छड़ी में से 1 इंच का टुकड़ा काट दूं l तो मैं पकड़ा नहीं जाऊंगा l इसलिए उसने छड़ी को 1 इंच काट दिया l अगले दिन बीरबल ने नौकरों से छड़ी एकत्रित की l उसने पाया कि एक नौकर की छड़ी 1 इंच कम थी इस तरह चोर पकड़ा गयाl

कहानी से सीख: बुद्धिमत्ता से हम हर समस्या को हल कर सकते हैं l

सच्ची दोस्ती Story in Hindi

राम और श्याम दो दोस्त थे l वह एक बार अपने गांव के नजदीक जंगल में घूमने गए l घूमते-घूमते वह काफी अंदर चले गए और वापस लौटने लगे l अचानक से उन्होंने भालू देखा l भालू ने भी दोनों को देख लिया और उनकी तरफ बढ़ने लगा l राम को पेड़ पर चढ़ने की कला मालूम थी और उसने बिना श्याम के बारे में सोचे, तुरंत पेड़ पर चढ़ गया l श्याम ने तुरंत अपना दिमाग लगाकर जमीन पर लेट गया l क्योंकि उसने यह सुना था कि जानवर मरे हुए लोगों का मांस नहीं खाते l जैसे ही भालू नजदीक आया श्याम ने सांस रोक ली l भालू ने श्याम को सुंघा और मरा हुआ समझ कर लौट गया l थोड़ी देर बाद राम नीचे जाकर श्याम से पूछने लगा “भालू ने तुम्हारे कान में क्या बोला था” शाम ने कहा- भालू ने कहा कि “ऐसे दोस्तों से दूर रहो जो तुम्हें मुसीबत के समय अकेला छोड़ जाते हो l”

कहानी से सीख: जरूरत पड़ने पर काम आने वाले लोग ही असली दोस्त कहलने के लायक है l

दो घड़े Story in Hindi

एक बार एक नदी में जोरों की बाढ़ आई हुई थी l तकरीबन तीन दिन के बाद बाढ़ का जोर कुछ काम हुआ l बाढ़ के पानी में दो चीज बह रही थी l उनमें एक तांबे का घड़ा और एक मिट्टी का घड़ा भी था l यह दोनों घड़े अगल-बगल तैर रहे थे l तांबे के घड़े ने मिट्टी की मिट्टी के घड़े से कहा अरे भाई तुम तो नरम मिट्टी के बने हो और बहुत नाजुक हो l अगर तुम चाहो तो मेरे समीप आ जाओ l मेरे पास रहने से तुम सुरक्षित रहोगे l “मेरा इतना ख्याल रखने के लिए आपको धन्यवाद” मिट्टी का घड़ा बोला l पर मैं आपके करीब आने की हिम्मत नहीं कर सकता l आप बहुत मजबूत और बुद्धिस्ट हैं l मैं बहुत कमजोर और नाजुक हूं l कहीं हम आपस में टकरा गए तो मेरे टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे l और इस तरह मिट्टी का घड़ा, तांबे के घड़े से तैर कर बहुत दूर निकल गया l

कहानी से सीख: ताकतवर पड़ोसी से दूर रहने में ही भलाई है l

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